प्रेमाश्रम--मुंशी प्रेमचंद

199 Part

156 times read

1 Liked

उपसंहार दो साल हो गये हैं। सन्ध्या का समय है। बाबू मायाशंकर घोड़े पर सवार लखनपुर में दाखिल हुए। उन्हें वहाँ रौनक और सफाई दिखायी दी। प्रायः सभी द्वारों पर सायबान ...

Chapter

×