मुक्तक

1 Part

288 times read

16 Liked

मुकम्मल है इबादत ओर सच्चा ईमान रखताहूँ । में सारे धर्म के प्रति सृद्धा सम्मान रखता हूं।। मुझे जो कुछ भी कहना है अरे तुम सौक से कहलो। मुसलमा हूं में ...

×