लेखनी कहानी -14-May-2022

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कांटे नहीं फूल बनो आ गयी है रुत प्यार करो, सेज फूल की तैयार करो, भूल जाओ सब नोंक झोंक , शूल से न कोई वार करो। देख गुलाब को कैसे ...

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