लेखनी प्रतियोगिता -16-May-2022

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जिसे जिंदगी की राहों में भूला बैठे थे हम, आज लौटकर ज़हन में उनकी याद आई है। वो खिलखिलाती हंसी, वो हसीं मुलाकातें, तपती हुई जमीं पर जैसे कोई घटा छाई ...

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