लेखनी कहानी -17-May-2022 विषय--चादर

1 Part

292 times read

23 Liked

बचपन से हमें सिखलाया जाता जितनी चादर हो फैलाना उतने पैर धूमिल कर रिश्तों की गरिमा भूल कर ये सीख, बढा़ रहें हैं बैर सुख में सब मिल खुशियां मनाते दुख ...

×