1 Part
172 times read
9 Liked
ले चलो न मुझे भी अपनी कश्ती में.... तुम तो वाकिफ़ थे उन राहो से जिनसे गुज़र कर आयी थी मैं तुम्हारे पास, सिर्फ तुमने ही तो देखे थे कांटे मेरे ...