सतरंगी ख्वाब

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दिन भर दिलकश मंज़र देखे रातों को महताब जिये। अहसासों ने धनक निचोड़े रंगों के सैलाब जिये। हुआ सामना जिस दिन सच से उस दिन से ही पत्थर हैं!  जिन आंखों ...

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