गम-ए-जुदाई

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पल भर में फिसल जाएगा देखना हाथ से निकल जायेगा जो टूटेगा तो फिर न संभलेगा तुम क्या पता ये चल जाएगा। "ना सहना पड़े गम-ए-जुदाई किसी को खुदा, न देना ...

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