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भाषा की रवानी है ये. शब्दों की जुबानी है ये, सुख-दुख की नौका में बैठी, हम सब की कहानी है ये, आओ मेरे प्यारे बच्चो, इसको तुम सुनो, थोड़ा-सा गुनूं मैं, ...