1 Part
287 times read
16 Liked
*पूछो अगर तो करते हैं, इंकार सब के सब* *सच ये कि हैं हयात से, बेज़ार सब के सब* *अपनी ख़बर किसी को नहीं, फिर भी जाने क्यूँ* *पढ़ते हैं रोज़ ...