1 Part
322 times read
20 Liked
साथी मेरे आओ कभी बैठें जरा एकांत में सुनो कभी शांति की आवाज को समझें जरा इस प्रकृति के अंदाज को रात में जब पेड़ भी थक जाते हैं हवाओं के ...