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देर रात ख्वाब तेरे देखता हू, यहा तुम चली आती हो, एक हसीन सी ख्याल बन कर, देखता हू मै,तुम हया से लिपटी सिमटी सिमटी,नजरे झुकाती प्रेम दिखाती,अदाओ से रिझाती, रूठने ...