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चाँद की बातें करती हूँ तारों की बातें करती हूँ, खिले फूल कलियाँ ,बहते झरने,मैं तो बहारों की बातें करती हूँ, कोई कहता है इतनी खुश कैसे रहती हो तुम, तब ...