ख्वाबों का सागर

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ख्वाबों का सागर.. ख्वाब देखे थे मैंने भी, इश्क के भी और उड़ान के भी! पिरोए हुए ख्वाब का एक दरिया सा बन गया, ना जाने कैसे वो फिर सागर से ...

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