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तुझे देखती मैं रहूँ, जरा बैठ तू मेरे दरम्यान। मुश्किलों को करके दूर, जिंदगी को बना दे आसान।। नज़रों में तेरी डूब जाऊँ, वापस आने का ना हो अरमान। मेरी रूह ...