1 Part
249 times read
13 Liked
ज़िक्र तेरा भरी महफ़िल में किया, तुझसे भी ज्यादा तुझसे इश्क़ किया। वफ़ा की थी उम्मीद हमें तुझसे, मगर तूने सदा हमें नाउम्मीद किया।। ...