भाग्य या मेहनत।

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भाग्य  या मेहनत दो  है मुकाम, इक जैसे ही पर दो है नाम, जीवन का है सार इन्ही से, इनके भरोसे,जीवन बीते, जरूरी है दोनो का सामंजस्य, अन्यथा  खडा जीवन कर ...

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