बेचारा पति #दैनिक कविता लेखनी प्रतियोगिता -03-Jun-2022

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सृजन शब्द- बेचारा दोहा- हास्य रस स्थाई भाव-हास *********** कोल्हू बैल समान ही, करता दिन भर काम। झाड़ू पोछा भी करे,बेचारा पति आम।। पत्नी टीवी देखती, दबा रहा पति पैर।  चाय ...

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