दो जून की रोटी - लेखनी प्रतियोगिता -03-Jun-2022

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दो जून की रोटी बड़ा सताती है इंसान को हैवान बना जाती है।  दाने-दाने को गरीब तरसता है भूखा सो पानी से पेट भरता है। कोमल नारी सबला बन जाती है ...

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