मन मतवाला मन की ना कुछ पूछो यारों,ना जाने क्या चाहे तन्हाई में रह ना सके,भीड़ में भी कुमलाहे हर दम देखो फिरे डोलता, रुके नहीं एक ओर अभी ये नापे ...

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