लेखनी प्रतियोगिता रौनक

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रौनक तेरे चहरे पर ये जो रौनक है आई, आखिर किस बात की चमक है छाई, पिया मिलन का करती थी,  तू जो इंतजार, कहीं वो ही घड़ियां तो,  आज समीप ...

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