50 Part
503 times read
8 Liked
आज की रात पिछली रातों से अधिक घनेरी थी। चारों तरफ घना अंधेरा छाया हुआ था, संसार बड़े आनंद से सुकून की नींद सो रहा था। इधर आश्रम में चिंता में ...