लेखनी प्रतियोगिता -06-Jun-2022

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धूप - छाँव  जीवन के देखो रुप निराले कभी धूप कभी छाँव प्यारे न हो हताश जीवन पथ पर पार लगा जीवन नैया प्यारे अंधेरों से मत घबराना राह उजागर ही ...

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