पश्चाताप के आँसू (ज्ञानवर्धक बाल-कथाएँ)

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रोजाना की भांति आज भी पप्पू और कालू दोनों भाई अपने गुरुजी के घर गए। गुरुजी सामने वाले कमरे में कुर्सी पर बैठे एक किताब पढ़ रहे थे। 'नमस्कार गुरुजी।' वे ...

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