लेखनी प्रतियोगिता -08-Jun-2022

1 Part

298 times read

18 Liked

गजल इजाज़त नहीं थी मुझे मरने की  मुझे शौक़ अब था नहीं जीने का उसे प्यार की आग में जलना था  यहाँ बर्फ़ सा भार है सीने का किसे इल्म है ...

×