लेखनी प्रतियोगिता -08-Jun-2022

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गजल इजाज़त नहीं थी मुझे मरने की  मुझे शौक़ अब था नहीं जीने का उसे प्यार की आग में जलना था  यहाँ बर्फ़ सा भार है सीने का किसे इल्म है ...

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