वीरान हवेली

1 Part

314 times read

18 Liked

रात के 8 बज रहे थे,बारिश रुक रुक कर हो रही थी।अचानक किसी ने दरवाजा खटखटाया ।विनीत के नौकर ने दरवाजा खोला ,सामने एक बुजुर्ग ,चेहरे की झुर्रियों में भी तेज ...

×