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निर्मल निर्मल जल हो पावन धरती जहाँ हो वहाँँ ही गंगा मैया कि धारा हो। परिधि बना कर वहां चलना सदा ही जहाँ मानस में नित्य ही विश्वास हो। अर्पणा ...