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आखिर कब तलक लेगा वक्त वक्त पे मेरा इम्तिहान। मंजिल की तलाश में कहीं न निकल जाये मेरी जान। टकराकर ये पत्थर भी चूर चूर हो जाएगा अब तो, थमने का ...