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ढोल बजाओ सखियों ढोल बजाओ संग मेरे नाचो और सबको नचाओ। तुम्हारी प्यारी सखी बनी है दुल्हन धरती-अंबर संग झूमे है मेरा मन। हल्दी के उबटन से रूप है निखरा कजरारे ...