1 Part
312 times read
21 Liked
विषय शुक्रिया ज़िन्दगी! शुक्रिया ऐ ज़िन्दगी जो तूने मुझसे मेरी ख़ुशी छीनी मेरी बेचैनी बढ़ा कर मेरा क़रार लुटा! शुक्रिया ऐ गुमनाम ज़िन्दगी मेरी, ना नाम दया ना पहचान दिया, गम ...