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मनमर्जियाँ बन अर्धांगिनी तुम्हारी हर रिश्ता निभा रही हूँ, हर दुआ हर अर्जी में तुम शामिल हो मेरी, हर सुख दुःख बाँट तुम्हारे,तुम्हारे साथ चल रही हूँ, आज कुछ कहना चाहती ...