1 Part
214 times read
11 Liked
प्रतियोगिता हेतु दूर गगन की कल्पनाओं में, उड़ते जाते दो पंछी। कल देखे थे आसमान में, हंसते गाते दो पंछी।। प्रीत भरी बातों में लगते थे, वो खोए खोए से। मन ...