आसमान

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आसमान ये शांत रहने लगा है तकलीफें शायद सहने लगा है  कब से बोझल हुई हैं पलकें  दिवाना रात भर जगने लगा है  बादल भी देखो ये छंटने लगा है  टुकड़े ...

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