चिराग़

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लेकर चिराग़ हाथों में अपने, मैं तकती रही सनम तेरा रास्ता। मगर तूने... तूने हाथ भी छोड़ा मेरा बड़ी बेरहमी से, और रखा ना मुझसे कोई भी वास्ता।। ...

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