बस तुम्हारी याद में

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गजल खो रहे हैं सिर्फ हरदम, बस तुम्हारी याद में। हो रही है अब नज़र नम, बस तुम्हारी याद में।। दे गए थे ख्वाब हमको, राह ए उल्फत में कभी। और ...

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