210 Part
33 times read
1 Liked
श्री रामजी के बाण से रावण के मुकुट-छत्रादि का गिरना * पवन तनय के बचन सुनि बिहँसे रामु सुजान। दच्छिन दिसि अवलोकि प्रभु बोले कृपा निधान॥12 ख॥ भावार्थ:- पवनपुत्र हनुमान्जी के ...