रामचरित मानस

210 Part

52 times read

1 Liked

लंकाकाण्ड अंगद-राम संवाद, युद्ध की तैयारी * इहाँ राम अंगदहि बोलावा। आइ चरन पंकज सिरु नावा॥ अति आदर समीप बैठारी। बोले बिहँसि कृपाल खरारी॥2॥ भावार्थ:- यहाँ (सुबेल पर्वत पर) श्री रामजी ...

Chapter

×