मुर्दों का शहर

85 Part

135 times read

0 Liked

अपने-आप को भीड़-भाड़ से निकालकर मैं कल एक पहाड़ी पर ले गया। कुदरत ने उसे नया परिधान पहनाया था। मैं वहाँ पहुँचकर साँस ले पाया। मैंने पीछे देखा। शहर खूबसूरत मस्जिदों, ...

Chapter

×