बुढ़ापा

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"अरे सुनती हो सुधा!" श्रीवास्तवजी अपनी लाठी टेकते बरामदे में पहुँचे। "कहिये! अब क्या हुआ।" सुधाजी धैर्य के साथ बोली। "भैया तुम रह सकती हो इस नई पीढ़ी के साथ सुर ...

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