परदेसी बिटिया #लेखनी दैनिक कविता प्रतियोगिता -23-Jun-2022

1 Part

419 times read

17 Liked

परदेसी बिटिया देस हुआ परदेस रे बिटिया, आएगी न अब कोई चिट्ठिया। भूल गए सब लोग तुझे, जो कहते थे तुझसे प्यार मुझे। बदला रंग दुनिया ने ऐसा, हुआ सब कुछ ...

×