बेकरारी का आलम

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कोई काम भी नहीं रहता और फुर्सत भी नहीं मिलती। इस बेकरारी के आलम से दिल को राहत भी नहीं मिलती। ऊब चुके हैं मेरे सनम ये रोज रोज के कामों ...

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