86 Part
134 times read
0 Liked
उसे देखते ही अनायास याद आ गयी- ‘अधः पश्यसि किं बाले,पतितं तव किं भुवि...?’ एक ओर गरिमामय पद-आरक्षी अधीक्षक,वह भी वरिष्ट विशेषण युक्त और दूसरी ओर नत निगाहें! न चाहते हुए ...