रामचरित मानस

210 Part

49 times read

2 Liked

चौपाई : * सोइ सर्बग्य गुनी सोइ ग्याता। सोइ महि मंडित पंडित दाता॥ धर्म परायन सोइ कुल त्राता। राम चरन जा कर मन राता॥1॥ भावार्थ:-जिसका मन श्री रामजी के चरणों में ...

Chapter

×