चल मांझी

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चल मांझी निकल पड़ तू ले कर अपनी तारिणी, कभी बीच सफर पर रुकना नही, थक हार कर कभी टूटना नही, माना सफर लंबा है लेकिन, तू टूट कर कभी बिखरना ...

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