लेखनी प्रतियोगिता - परवाह

1 Part

296 times read

17 Liked

परवाह सब कुछ संवर जाता है, जब हमारी परवाह वो ईश्वर करता है, हर पल,  वो हमारी तकलीफों पर नज़र रखता है,, जब गिरने लगते हैं, वो हाथ थामने आ जाता ...

×