1 Part
304 times read
14 Liked
शायद तुम नहीं आओगे ! सुनो आज फिर उसी रेस्तरां में मैं अकेला बैठी हूं, जहां ! हम दोनों हुआ करते थे, एक कप काॅफी तुम्हारे लिए भी मंगवाई है शायद ...