लेखनी - छूटे हाथ, छूट गया साथ।।

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छूटे हाथ, छूटा साथ!! वक्त के तेज बहाव में, जब छूटे हाथ हमारे, कलकल बहती नदिया के, जैसे बन गए हों हम किनारे, चलेंगे, बहेंगे दूर तक हम, पर कभी मिल ...

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