कविता ःः महासागर

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#प्रतियोगिता कविता ःःमहासागर कविता ःसागर मेरा जीवन जैसे इक जलधारा इस जलधारा का बस एक ही किनारा वह अनंत ,पारब्रह्म है महासागर बहकर परमेश्वर बस तुझमें ही मिट जाना है *** ...

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