कविता ःःजहरीली अँगूठी

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💐💐  💐💐 जहरीली अंगूठी जहरीली अंगूठी...!!! यहां तो जहर ही भर चुका हवाओं में, जहरीली हो चुकी है दुनिया.. किन शबदों में पिरोयें अपने अलफाज.. बेगाना हो गया हो गया है ...

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