लेखनी प्रतियोगिता -04-Jul-2022 - मां के जज्बात

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मां तेरे प्रेम का न मोल कोई, काश रहती तेरी बाहों में सोई। चैन बड़ा मिलता आंचल में तेरे, चिंता नहीं कोई मेरे मन को घेरें। सीख तूने मां दी इतनी ...

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